https://www.profitablecpmrate.com/gtfhp9z6u?key=af9a967ab51882fa8e8eec44994969ec 3. आध्यात्मिकता का नशा की संगत भाग 2: 🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉 🌷🌹💐🌺🌷🌹💐 🌷 शाश्वतज्ञान-वेदान्त🌷 🌷🌹💐🌺🌷🌹💐🕉 *सागर के मोती*

🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉 🌷🌹💐🌺🌷🌹💐 🌷 शाश्वतज्ञान-वेदान्त🌷 🌷🌹💐🌺🌷🌹💐🕉 *सागर के मोती*

सभी ज्योतिष मित्रों को मेरा निवेदन हे आप मेरा दिया हुवा लेखो की कोपी ना करे में किसी के लेखो की कोपी नहीं करता,  किसी ने किसी का लेखो की कोपी किया हो तो वाही विद्या आगे बठाने की नही हे कोपी करने से आप को ज्ञ्नान नही मिल्त्ता भाई और आगे भी नही बढ़ता , आप आपके महेनत से तयार होने से बहुत आगे बठा जाता हे धन्यवाद ........
जय द्वारकाधीश

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      🌷 शाश्वतज्ञान-वेदान्त🌷
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🕉 *सागर के मोती*

व्यवहार बिगड़ा है, परमार्थ नहीं।  इसलिए व्यवहार सुधार की आवश्यकता है। कोई भी कर्म करते समय हम किस भाव, उद्देश्य से कर्म कर रहे हैं यह जानना जरूरी है। प्राय: साधक की नजर क्रिया पर जाती है भाव पर बहुत कम।  भाव पर दृष्टि रखने से उन्नति जल्दी होती है। दूसरे की अपेक्षा अपने में कमी देखना अच्छा है, पर अपने में कमी मानना ठीक नहीं।
भगवान ने गीता में मन की स्थिरता की अपेक्षा बुद्धि की स्थिरता को महत्व दिया है। बुद्धि ठीक होने पर मन भी ठीक हो जाएगा। बुद्धि में एक परमात्मा प्राप्ति का यह निश्चय होना बुद्धि की स्थिरता है। जब तक भोग और संग्रह की आसक्ति है तब तक बुद्धि स्थिर नहीं हो सकती। मन की चंचलता मिटाने की अपेक्षा बुद्धि की चंचलता मिटाना आवश्यक है। 

*संसार मनुष्य शरीर से ही आरंभ हुआ है और मनुष्य शरीर में ही समाप्त हो सकता है अभी समाप्ति का मौका है*

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       🕉🙏हरि ॐ🙏 🕉
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🙏🙏🙏【【【【【{{{{ (((( मेरा पोस्ट पर होने वाली ऐडवताइस के ऊपर होने वाली इनकम का 50 % के आसपास का भाग पशु पक्षी ओर जनकल्याण धार्मिक कार्यो में किया जाता है.... जय जय परशुरामजी ))))) }}}}}】】】】】🙏🙏🙏

पंडित राज्यगुरु प्रभुलाल पी. वोरिया क्षत्रिय राजपूत जड़ेजा कुल गुर:-
PROFESSIONAL ASTROLOGER EXPERT IN:- 
-: 25 YEARS ASTROLOGY EXPERIENCE :-
(2 Gold Medalist in Astrology & Vastu Science) 
" Opp. Shri Dhanlakshmi Strits , Marwar Strits, RAMESHWARM - 623526 ( TAMILANADU )
सेल नंबर: . + 91- 7010668409 / + 91- 7598240825 WHATSAPP नंबर : + 91 7598240825 ( तमिलनाडु )
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आप इसी नंबर पर संपर्क/सन्देश करें...धन्यवाद.. 
नोट ये मेरा शोख नही हे मेरा जॉब हे कृप्या आप मुक्त सेवा के लिए कष्ट ना दे .....
जय द्वारकाधीश....
जय जय परशुरामजी...🙏🙏🙏

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