https://www.profitablecpmrate.com/gtfhp9z6u?key=af9a967ab51882fa8e8eec44994969ec 3. आध्यात्मिकता का नशा की संगत भाग 2: *जो होता है प्रभु परमात्मा की इच्छा से होता है* , *विधि का विधान कोई टाल नहीं सकता:*

*जो होता है प्रभु परमात्मा की इच्छा से होता है* , *विधि का विधान कोई टाल नहीं सकता:*

सभी ज्योतिष मित्रों को मेरा निवेदन हे आप मेरा दिया हुवा लेखो की कोपी ना करे में किसी के लेखो की कोपी नहीं करता,  किसी ने किसी का लेखो की कोपी किया हो तो वाही विद्या आगे बठाने की नही हे कोपी करने से आप को ज्ञ्नान नही मिल्त्ता भाई और आगे भी नही बढ़ता , आप आपके महेनत से तयार होने से बहुत आगे बठा जाता हे धन्यवाद ........
जय द्वारकाधीश


जो होता है प्रभु परमात्मा की इच्छा से होता है

कभी कभी हमारे साथ कुछ ऐसा घटित हो जाता है जिससे हम बहुत बेचैनी  महसूस करते है। 

ऐसा लगता है जैसे अब सब कुछ खत्म हो गया इससे कई लोग डिप्रेशन  मे चले जाते है तो कई लोग बड़ा और बेवकूफी भरा कदम उठा लेते है पर जरा सोचिये पतझड़ के समय जब पेड़ मे ऐक भी पत्ती नही बचती है तो क्या उस पेड़ का अंत हो जाता है? 

नही। 

वो पेड़ हार नही मानता नए जीवन और बहार के आश मे खड़ा रहता है। 

और जल्द ही उसमे नयी पत्तियाँ आनी शुरू हो जाती है, उसके जीवन मे फिर से बहार आ जाती  है। 

यही प्रकृति का नियम है।


ठीक ऐसे ही अगर हमारे जीवन मे कुछ ऐसे डेसट्रक्टिवे पल आते है तो इसका मतलब अंत नही बल्की ये इस बात का इशारा है कि हमारे जीवन मे भी नयी बहार आयगी अत: हमे सब कुछ भूलकर नयी जिन्दगी की शुरूआत करनी चाहिये। 

और ये विश्वास रखना चाहिए कि नयी जिन्दगी पुरानी से कही बेहतर होगी। 

विधि का विधान कोई टाल नहीं सकता: 
                                                                                                                                    भगवान विष्णु गरुड़ पर बैठ कर कैलाश पर्वत पर गए।

द्वार पर गरुड़ को छोड़ कर खुद शिव से मिलने अंदर चले गए। 

तब कैलाश की अपूर्व प्राकृतिक शोभा को देख कर गरुड़ मंत्रमुग्ध थे कि तभी उनकी नजर एक खूबसूरत छोटी सी चिड़िया पर पड़ी।

चिड़िया कुछ इतनी सुंदर थी कि गरुड़ के सारे विचार उसकी तरफ आकर्षित होने लगे।

उसी समय कैलाश पर यम देव पधारे और अंदर जाने से पहले उन्होंने उस छोटे से पक्षी को आश्चर्य की द्रष्टि से देखा। 

गरुड़ समझ गए उस चिड़िया का अंत निकट है और यमदेव कैलाश से निकलते ही उसे अपने
साथ यमलोक ले जाएँगे।

गरूड़ को दया आ गई। 

इतनी छोटी और सुंदर चिड़िया को मरता हुआ नहीं देख सकते थे। 

उसे अपने पंजों में दबाया और कैलाश से हजारो कोश दूर एक जंगल में एक चट्टान के ऊपर छोड़ दिया, और खुद बापिस कैलाश पर आ गया।

आखिर जब यम बाहर आए तो गरुड़ ने पूछ ही लिया कि उन्होंने उस चिड़िया को इतनी आश्चर्य भरी
नजर से क्यों देखा था। 

यम देव बोले.....! 

" गरुड़ जब मैंने उस चिड़िया को देखा तो मुझे ज्ञात हुआ कि वो चिड़िया कुछ ही पल बाद यहाँ से हजारों कोस दूर एक नाग द्वारा खा ली जाएगी। 

मैं सोच रहा था कि वो इतनी जलदी इतनी दूर कैसे जाएगी, पर अब जब वो यहाँ नहीं है तो निश्चित ही वो मर चुकी होगी। "

गरुड़ समझ गये " मृत्यु टाले नहीं टलती चाहे कितनी भी चतुराई की जाए। "

इस लिए कृष्ण कहते है।

करता तू वह है ,
जो तू चाहता है।
परन्तु होता वह है,
जो में चाहता हूँ।
कर तू वह ,
जो में चाहता हूँ,
फिर होगा वो, 
जो तू चाहेगा ।

जीवन के 6 सत्य:-

1. कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने खूबसूरत हैं ?

क्योंकि..लँगूर और गोरिल्ला भी अपनी ओर लोगों का ध्यान आकर्षित कर लेते हैं..

2. कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका शरीर कितना विशाल और मज़बूत है ?

क्योंकि...श्मशान तक आप अपने आपको नहीं ले जा सकते....

3. आप कितने भी लम्बे क्यों न हों , मगर आने वाले कल को आप नहीं देख सकते....

4. कोई फर्क नहीं पड़ता कि , आपकी त्वचा कितनी गोरी और चमकदार है

क्योंकि...अँधेरे में रोशनी की जरूरत पड़ती ही है...

5 . कोई फर्क नहीं पड़ता कि " आप " नहीं हँसेंगे तो सभ्य कहलायेंगे ?

क्यूंकि ..." आप " पर हंसने के लिए दुनिया खड़ी है ?

6. कोई फर्क नहीं पड़ता कि ,आप कितने अमीर हैं ? और दर्जनों गाड़ियाँ आपके पास हैं ? 

क्योंकि...घर के बाथरूम तक आपको चल के ही जाना पड़ेगा...

इस लिए संभल के चलिए ... ज़िन्दगी का सफर छोटा है , हँसते हँसते काटिये , आनंद आएगा ।      
*◆●स्वयं विचार करें​●◆*
*जय श्री राधे श्याम👏*
पंडित राज्यगुरु प्रभुलाल पी. वोरिया क्षत्रिय राजपूत जड़ेजा कुल गुर:-
PROFESSIONAL ASTROLOGER EXPERT IN:- 
-: 25 YEARS ASTROLOGY EXPERIENCE :-
(2 Gold Medalist in Astrology & Vastu Science) 
" Opp. Shri Dhanlakshmi Strits , Marwar Strits, RAMESHWARM - 623526 ( TAMILANADU )
सेल नंबर: . + 91- 7010668409 / + 91- 7598240825 WHATSAPP नंबर : + 91 7598240825 ( तमिलनाडु )
Skype : astrologer85
Email: prabhurajyguru@gmail.com
आप इसी नंबर पर संपर्क/सन्देश करें...धन्यवाद.. 
नोट ये मेरा शोख नही हे मेरा जॉब हे कृप्या आप मुक्त सेवा के लिए कष्ट ना दे .....
जय द्वारकाधीश....
जय जय परशुरामजी...🙏🙏🙏

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