सभी ज्योतिष मित्रों को मेरा निवेदन हे आप मेरा दिया हुवा लेखो की कोपी ना करे में किसी के लेखो की कोपी नहीं करता, किसी ने किसी का लेखो की कोपी किया हो तो वाही विद्या आगे बठाने की नही हे कोपी करने से आप को ज्ञ्नान नही मिल्त्ता भाई और आगे भी नही बढ़ता , आप आपके महेनत से तयार होने से बहुत आगे बठा जाता हे धन्यवाद ........
जय द्वारकाधीश
*गोपीगीत*
*पुष्प-*🌹
*सुरतवर्धनम् शोक नाशनम् स्वरित वेणुना सुष्ठु चुम्बितम् ।* *इतररागविस्मारणं नृणां वितर वीर नस्तेऽ-धरामृतम् ।।*
🌹 ये तीनों प्रकार की निन्दा, द्वेष से प्रेरित होकर नहीं की गई है। अपितु दुःख इस निन्दा में प्रेरक है। यह तो प्रेम का मधुर उपालम्भ है। दुःख में बोला हुआ सब कुछ क्षम्य है। परन्तु द्वेष भाव से प्रेरित होकर बोला हुआ कभी भी क्षम्य नहीं कहा जा सकता है । पत्नी जब पति पर अकुलाने लगती है, झुंझलाने लगती है, तब कभी रोते हुए कहने लगती है, 'इससे तो मर जाना अच्छा, मेरी आँखें फूट जायें तो बेहतर है न देखना न दाझना (जलना) कभी-कभी ऐसा भी कह देती है, “जाने दो उनका तो स्वभाव ही दुर्वासा जैसा है।"
🌹 इस प्रकार जब व्यक्ति पर दुःख आ पड़ता है, तब उसकी वाणी पर से विवेक का नियन्त्रण हट जाता है। उसके विचारों पर से भी विवेक का अंकुश दूर हो जाता है। ऐसे समय में व्यक्ति विना कुछ सोचे समझे प्रलाप करने लगता है। यहाँ गोपिकाओं द्वारा की गई यह निन्दा दुःख की निन्दा है । तमोगुण के स्वभाव के कारण दुःख में तमतमा कर पैदा होने वाली यह निन्दा है। अतः यहाँ यह निन्दा दोष रूप नहीं है।
🌹 अब आगे आने वाले श्लोक में गोपिकाएँ अपने दुःख से अकुलाकर, अपनी वाणी पर के विवेक को खोकर ब्रह्माजी की निन्दा किस प्रकार करती हैं, इसके दर्शन हम अगले श्लोक में करेंगे।
*रे निरमोही छबि दरसाय जा,*
*कान चाहकी श्याम बिरह घन, मुरली मधुर सुनाय जा।*
*'ललित किशोरी' नयन चकोर, द्युतिमुख चन्द्र दिखाय जा,*
*भयो चहत यह प्राण बटोही, रूठे पथिक मनाय जा॥*
क्रमशः.......
€﹏^°*)🌼(*°^﹏€
*🌴🌹🌴*
*)🌼कृष्णमयीरात्रि🌼(*
*°🌹श्रीकृष्णाय समर्पणं 🌹°*
*)🌼जैश्रीराधेकृष्ण (*
*🌴 🌹🌴*
🙏🙏🙏【【【【【{{{{ (((( मेरा पोस्ट पर होने वाली ऐडवताइस के ऊपर होने वाली इनकम का 50 % के आसपास का भाग पशु पक्षी ओर जनकल्याण धार्मिक कार्यो में किया जाता है.... जय जय परशुरामजी ))))) }}}}}】】】】】🙏🙏🙏
पंडित राज्यगुरु प्रभुलाल पी. वोरिया क्षत्रिय राजपूत जड़ेजा कुल गुर:-
PROFESSIONAL ASTROLOGER EXPERT IN:-
-: 25 YEARS ASTROLOGY EXPERIENCE :-
(2 Gold Medalist in Astrology & Vastu Science)
" Opp. Shri Dhanlakshmi Strits , Marwar Strits, RAMESHWARM - 623526 ( TAMILANADU )
सेल नंबर: . + 91- 7010668409 / + 91- 7598240825 WHATSAPP नंबर : + 91 7598240825 ( तमिलनाडु )
Skype : astrologer85
Email: prabhurajyguru@gmail.com
आप इसी नंबर पर संपर्क/सन्देश करें...धन्यवाद..
नोट ये मेरा शोख नही हे मेरा जॉब हे कृप्या आप मुक्त सेवा के लिए कष्ट ना दे .....
जय द्वारकाधीश....
जय जय परशुरामजी...🙏🙏🙏